गिरिराज शाह

गिरिराज शाह (Giriraj Shah)

(माताः श्रीमती जीवन्ती शाह, पिताः श्री गौरीशंकर शाह)

जन्मतिथि : 15 अप्रैल 1940

जन्म स्थान : अल्मोड़ा

पैतृक गाँव : खजान्ची मोहल्ला जिला : अल्मोड़ा

वैवाहिक स्थिति : विवाहित बच्चे : 1 पुत्र, 1 पुत्री

शिक्षा : एम.ए., एलएल.बी., पीएच.डी.

जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ः पुलिस विभाग में चयन। मैंने माना था कि इस विभाग में सबसे ज्यादा जनता के करीब आने का सौभाग्य मिलता है और सेवा का भी।

प्रमुख उपलब्धियाँ : 1962 में राज्य पुलिस सेवा में सम्मिलित होकर 1974 में भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) में प्रवेश किया। उत्तर प्रदेश में अनेक पदों पर सेवा करते हुए 1998 में पुलिस महानिरीक्षक के पद से सेवानिवृत्त। सेवा के दौरान अत्यन्त संवेदनशील एवं सतर्कता की दृष्टि से प्रमुख स्थानों पर निष्ठा व ईमानदारी का परिचय देते हुए पुलिस बल के लिए आदर्श प्रस्तुत किए। 1990 के दौरान बिजनौर व आगरा में दंगाग्रस्त क्षेत्रों की कानून-व्यवस्था की स्थिति को नियमित तौर पर चलाया।अनेक पुरस्कार व सम्मान प्राप्त किए। उत्तराखण्ड शोध संस्थान के संस्थापकों में एक। ट्रैकिंग तथा पर्वतारोहण में विशेष रुचि। लगभग 14 पुस्तकें प्रकाशित।

युवाओं के नाम संदेशः अपने दैवी गुणों को बनाए रखें और दानवी गुणों का परित्याग करें, जिसमें अप संस्कृति तथा शराब का सेवन मुख्य है। वीरप्रभ हों, देवदार की तरह मस्तक ऊँचा रखें और पवित्र गंगा की तरह ऊर्जावान बने रहें।

विशेषज्ञता : इतिहास, साहित्य, पुलिस, अपराध तथा नारकोटिक्स अघ्ययन।

नोट : यह जानकारी श्री चंदन डांगी जी द्वारा लिखित पुस्तक उत्तराखंड की प्रतिभायें (प्रथम संस्करण-2003) से ली गयी है।

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